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खुलासा:फर्जी डायग्नोस्टिक सेंटर से मिले रजिस्टर में 16 डॉक्टरों के नाम, एमजी अस्पताल में सिटी स्केन की सुविधा, फिर भी 9 डॉक्टर भेज रहे थे

Banswara
खुलासा:फर्जी डायग्नोस्टिक सेंटर से मिले रजिस्टर में 16 डॉक्टरों के नाम, एमजी अस्पताल में सिटी स्केन की सुविधा, फिर भी 9 डॉक्टर भेज रहे थे
@HelloBanswara - Banswara -

रातीतलाई कॉलोनी में बिना लाइसेंस व रजिस्ट्रेशन के 90 दिन से चल रहे श्रीनाथ डायग्नोस्टिक सेंटर पर सोमवार को प्रशासन व चिकित्सा विभाग ने छापा मारा। दैनिक भास्कर ने इस सेंटर का खुलासा किया था। चिकित्सा विभाग ने 85 हजार रुपए का जुर्माना लगाया है। छापे में जो दस्तावेज मिले, वे वाकई में चौंकाने वाले हैं। सरकारी अस्पताल की पर्चियां व कई रजिस्टर मिले हैं, जिनमें प्राइवेट डॉक्टरों के अलावा एमजी अस्पताल में सेवारत चिकित्सकों के नाम हैं। दावा है कि ये सभी डॉक्टर सिटी स्केन के लिए इस सेंटर पर मरीजों को भेज रहे थे।

दैनिक भास्कर के हाथ लगे दस्तावेजों में 16 डॉक्टरों के नाम दर्ज हैं। इनमें 9 डॉक्टर सरकारी हैं। मामला इसलिए भी गंभीर है क्योंकि केन्द्र का संचालक भी एमजी अस्पताल में कार्यरत हैं। यह बेहद गंभीर मामला है, क्योंकि एमजी अस्पताल में ही सिटी स्केन की सुविधा है।

ऐसे में अस्पताल के डॉक्टरों के नाम रजिस्टर में क्यों दर्ज है? क्या इसलिए श्रीनाथ डायग्नोस्टिक सेंटर पर कार्रवाई नहीं की जा रही थी? भास्कर के खुलासे के बाद सोमवार सुबह एसडीएम पर्वतसिंह चुंडावत, सीएमएचओ डाॅ. एचएल ताबियार, डिप्टी सीएमएचओ डाॅ. दीपक निनामा और पीसीपीएनडीटी प्रभारी हरिकांत शर्मा सेंटर पर पहुंचे तो यहां एक युवक एक मरीज के सिटी स्केन की तैयारी में था। यहां न ताे काेई ऑथेंटिक डॉक्टर और न ही काेई टेक्नीशियन था। सेंटर से 3 बड़े रजिस्टर जब्त किए गए हैं।

सिटी स्केन इतने की एक साल में ही भर गए 3 बड़े रजिस्टर, फरवरी-मार्च में ही 114 लोगों के नाम दर्ज

श्रीनाथ सिटी स्केन के खुले अभी सवा एक साल के करीब ही समय पूरा हुआ है। सेंटर द्वारा मरीजों की एंट्री के 3 बड़े रजिस्टर भरे जा चुके हैं। खासतौर पर यहां काेराेना काल में 2021 में सिटी स्केन बड़ी संख्या में किए गए। इस साल फरवरी और मार्च में अब तक 114 लाेगाें के सिटी स्केन किए जा चुके हैं। एसडीएम चुंडावत ने कहा-श्रीनाथ सिटी स्केन पर न चिकित्सक व लाइसेंस नहीं मिला। इस पर सीज किया गया है। सीएमएचओ द्वारा नाेटिस जारी कर दस्तावेजों की जांच की जाएगी। सही नहीं पाए जाने पर एफआईआर दर्ज कराई जाएगी।

इधर, कार्रवाई सीएमएचओ ने नाेटिस जारी कर नैदानिक स्थापना अधिनियम 2010 के अंतर्गत धारा 40 के तहत 10 हजार एवं 41 एक के अंतर्गत 50 हजार और 41 दो के अंतर्गत 25 हजार जुर्माना लगाया। सात दिवस का समय दिया गया है, निर्देशों की अवहेलना करने पर 5 लाख का जुर्माना लगाया जाएगा।

कई सरकारी डॉक्टरों के कमीशन का राज खोल रहा रजिस्टर, रेफरेंस में उनके नाम लिखे, पर्चियां भी मिली

सेंटर पर सरकारी मुख्यमंत्री निशुल्क जांच योजना की पर्चियां भी मिली। इसके अलावा सेंटर पर मरीजों की एंट्री किए जाने वाले रजिस्टर में डॉक्टरों के नाम भी लिखे हैं, जिनके रेफरेंस से मरीज यहां सिटी स्केन के लिए पहुंचे। सीएमएचओ डाॅ. एचएल ताबियार ने खुद सेंटर पर पहुंचकर यह पर्ची एसडीएम काे दिखाई। इस पर मामला गंभीर होने के साथ ही जांच का विषय है। डॉक्टरों की पर्चियां न सिर्फ सिटी स्केन सेंटर बल्कि निजी साेनाेग्राफी सेंटरों और पैथोलॉजी लेबोरेट्री में भी पहुंचती है, जहां से मरीजों काे जांच के लिए कहा जाता है, जिसमें कमीशन का खेल चल रहा है।

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