स्थायी वारंटी को गिरफ्तार करने गई पुलिस को विरोध झेलना पड़ा
10 साल से फरार स्थाई वारंटी को गिरफ्तार करने गई पुलिस को आरोपी के परिवार और ग्रामीणों का विरोध झेलना पड़ा। मामला सज्जनगढ़ थाना क्षेत्र के मोतिया गांव का है। एसपी हर्षवर्धन अग्रवाला ने जिले में स्थाई वारंटियों को पकड़ने के लिए तीन दिन का अभियान शुरू किया है। इसके लिए बुधवार को सज्जनगढ़ थाना पुलिस मोतिया गांव में स्थाई वारंटी मुकेश पुत्र धूलजी आमलियार के घर पहुंची।
थानाधिकारी नागेंद्रसिंह ने बताया कि मुखबिर से सूचना मिली थी कि आरोपी मुकेश अभी होली पर घर आया है। वह अपने ससुराल लसोड़िया हो सकता है। पुलिस निजी वाहन से लसोड़िया पहुंची तो वहां से आरोपी उसके घर के लिए रवाना होने की जानकारी मिली। पुलिस मोतिया गांव पहुंची तो मुकेश वहां से भागकर झाड़ियों मंे छिप गया। पुलिस ने उसे घेरकर पकड़ने की कोशिश की तो उसके परिवार के लोग इकट्ठे हो गए और उसे पकड़ने से रोकने लगे। साथ ही पुलिस को चेतावनी दी कि उनमें हिम्मत है तो मुकेश को पकड़कर ले जाए। मुकेश के परिवार व ग्रामीणों ने हाथों में पत्थर उठाकर हमला करने पर उतारू हो गए। इतने में आरोपी मुकेश वहां से भाग गया। मौके के हालात को देखते हुए तुरंत थानाधिकारी को इसकी सूचना दी। थाने से अतिरक्ति जाब्ता आया फिर भी लोग पत्थर लेकर उलझने लगे।
5 के खिलाफ राजकार्य मंे बाधा का केस दर्ज : थानाधिकारी ने बताया कि हेड कांस्टेबल भरत कुमार पाटीदार की रिपोर्ट पर पुलिस ने आरोपी भोदरलाल, लालू, धूलजी, रीता और सोहन के खिलाफ राजकार्य में बाधा का केस दर्ज कर लिया। मुख्य स्थाई वारंटी मुकेश फरार हो गया। मौके से भोदरलाल व लालू को गिरफ्तार कर लिया। वारंटी मुकेश 2014 और 2016 के दो केस में आरोपी है।