एसडीएम और डिप्टी एसपी ने चप्पा चप्पा छाना, पुलिस जवानों की हलचल ने चेताया
शहर के बाद ग्रामीण इलाकों में फ्लैग मार्च के जरिए पुलिस और प्रशासन वहां चप्पे-चप्पे के हालात को नजदीक से देखने में डटा है। संपूर्ण लॉकडाउन के साथ चक्रवाती तूफानों की मिल रही चेतावनी और आशंकित प्राकृतिक विपदा में के बीच मदद के रास्तों के तलाशने का क्रम मंगलवार शाम को भी जारी रहा।
बांसवाड़ा उपखण्ड अधिकारी पर्वतसिंह चूण्डावत और पुलिस उपअधीक्षक गजेंद्रसिंह राव ने मार्च के साथ पैदल चलकर सुरवानिया के हालात देखे। इससे पहले दोपहर के समय सालिया और सियापुर में भी प्रशासन और पुलिस की चहलकदमी बनी रही। इस दौरान वहां के बाजार, मुख्य मार्ग और गांव में महामारी को लेकर भी जानकारी जुटाई गई।
पैदल मार्च के माध्यम से प्रशासन और पुलिस ने हर विपदा से निपटने का संदेश दिया तो महामारी में लापरवाही बरतने वाले लोगों को भी अलर्ट किया। प्रशासन और पुलिस की ओर से फ्लैग मार्च का यह सिलसिला बीते कई दिनों से चल रहा है। इससे पहले शहरी इलाकों में जिला कलक्टर और जिला पुलिस अधीक्षक की अगुवाई में अब तक करीब चार बार फ्लैग मार्च किया जा चुका है।
अभी ज्यादा महत्वपूर्ण
पैदल मार्च के साथ गांवों में पुलिस के सायरन बज रहे हैं। इसकी वर्तमान में ज्यादा जरूरत गहरा रही है। ताऊ ते तूफान की चेतावनी के बीच प्रशासन गांवों में मकानों के हालात जांच रहा है। खास तौर पर टीन शेड वाले मकानों और झुग्गी झोपड़ियों वाली आवासीय बस्ती को चिन्हित किया जा रहा है। इसके अलावा गली-मौहल्लों में झुके हुए पेड़ और बरसाती पानी के ड्रेनेज वाले रास्तों के हाल भी जांचे जा रहे हैं।