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बदलेगी पुलिस की वर्दी, हट सकती है विसल की डोर

Banswara
बदलेगी पुलिस की वर्दी, हट सकती है विसल की डोर
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कवायद : नए साल में पुलिस कार्यशैली सहित नई वर्दी में आ सकती हैं नजर, कमेटी ने डीजीपी को सौंपी रिपोर्ट
 

राजस्थान पुलिस की वर्दी में अाने वाले महीनों में बदलाव देखने काे मिल सकते हैं। सालों से वर्दी में कुछ असुविधा झेल रहे पुलिसकर्मियों काे राहत देने की कवायद चल रही है। वर्दी में बदलाव काे लेकर गठित कमेटी ने हाल ही में प्रदेश के डीजीपी भूपेन्द्र सिंह यादव काे अपनी रिपोर्ट साैंपी थी। रिपोर्ट के आधार पर बदलाव किए जाने के बाद साल 2020 में ही पुलिसकर्मी नई वर्दी में नजर अाएंगे। वर्दी में यह बदलाव पुलिसकर्मियों और अधिकारियों की सुविधा और उन्‍हें मिलने वाले उपकरणों को रखने के आधार पर किए जा रहे हैं। ब्यूरो ऑफ पुलिस रिसर्च एंड डेवलपमेंट से प्राप्‍त सुझाव के आधार पर प्रदेश के पुलिस अधिकारियों की टीम ने राजस्‍थान पुलिस की वर्दी में बदलाव की सिफारिश की है।

ये बदलाव सुझाए गए हैं कमेटी की ओर से
बेल्ट : चमड़े की बेल्ट चाैड़ी, कड़क है। उसे लगातार लगाए रखने से कमर दर्द की भी शिकायत हाेने लगती है। एेसे में उसकी चौड़ाई में कमी अाैर चमड़े के बजाय कपड़े या अन्य मटेरियल के उपयोग पर विचार किया जा रहा है।
टाेपी : टोपी ऊनी हाेने से गरम रहती है। गर्मी में पसीने से बचाव के लिए इसके कपड़े में भी बदलाव संभावित है।
विसल डाेरी : कंधे पर लगने वाली विसल डाेरी के कारण भी कई बार पुलिसकर्मी असुविधा महसूस करते हैं। एेसे में उसका भी विकल्प ढूंढने पर विचार किया जा रहा है।
स्टार/अशाेक स्तंभ : सहायक उप निरीक्षक से लेकर इंस्पेक्टर, डीएसपी के कंधों पर पीतल के स्टार अाैर एएसपी के कंधों पर अशाेक स्तंभ अाैर एसपी के कंधों पर स्टार, अशाेक स्तंभ लगते हैं। डीअाईजी/अाईजी अाैर इससे ऊपर रैंक के अधिकारियों के कंधों पर बेटल क्राॅस अाैर अशाेक स्तंभ लगते हैं। पीतल के हाेने के कारण चुभने अाैर वीआईपी ड्यूटी में भीड़भाड़ के दाैरान उलझ जाने से इनकाे धातु के बजाय एंब्रायडरी का बनाया जा सकता है।
नेम प्लेट : भीड़ गिरने के डर से अब नेम प्लेट भी कपड़े की हो सकती है।
 

यह हो सकता है बदलाव
वर्दी में शामिल बेल्ट, टाेपी, डाेरी, स्टार/अशाेक स्तंभ में मामूली बदलाव करने की संभावना है। माना जा रहा है कि वर्दी के खाकी रंग में काेई बदलाव नहीं किया जाएगा। हालांकि वर्दी में वायरलैस सेट अाैर मोबाइल रखने के लिए सुविधाजनक जेब लगाई जा सकती है। खुद डीजीपी डॉ. भूपेंद्र यादव भी पिछले दिनों मीडिया से मुखातिब होने के दौरान इसका जिक्र कर चुके हंै। डीजीपी ने बताया था कि वर्दी में नया डिजाइन कर रहे है। इस संबंधी सर्वे की रिपोर्ट भी उन्हें मिल चुकी है जिसे गृह विभाग को अवगत कराया गया है।

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