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निलंबन के बाद भी नहीं छोड़ा हॉस्टल तो ताला तोड़कर नई वार्डन को दिलाया चार्ज

Banswara
निलंबन के बाद भी नहीं छोड़ा हॉस्टल तो ताला तोड़कर नई वार्डन को दिलाया चार्ज
@HelloBanswara - Banswara -

महिला शिक्षिकाओं का छात्रावास से लगाव ऐसा की प्रतिनियुक्ति रद्द करने और निलंबित करने के बाद भी चार्ज नई वार्डन को नहीं सौंपा गया। ऐसे में विभाग को विशेष टीम का गठन कर छात्रावासों में बंद रिकॉर्ड को ताले तोड़कर खुलवाना पड़ा और चार्ज हस्तांतरण करना पड़ा। यह पूरा मामला टीएडी के सज्जनगढ़ और शक्करवाड़ा में स्थित आश्रम छात्रावास का है। दरअसल 25 जुलाई को निदेशक माध्यमिक शिक्षा की ओर से सभी प्रतिनियुक्तियां रद्द कर कार्मिकों को मूल पद पर भेजने के आदेश दिए थे। जिसके बाद 30 जुलाई को परियोजना अधिकारी टीएडी राजेश वर्मा ने आदेश जारी कर शक्करवाड़ा छात्रावास की वार्डन सीता डिंडोर की जगह प्रिया कटारा को प्रतिनियुक्त किया गया। वहीं सज्जनगढ़ छात्रावास में बाबुड़ी डिंडोर की जगह पर अमला डामोर की नियुक्ति की गई। दोनों ही पूर्व वार्डनों का मुख्यावास डीईओ माध्यमिक कार्यालय कर दिया गया। लेकिन इस आदेश के बाद भी महिला वार्डन वहां से कार्यमुक्त नहीं हुई और चार्ज भी नहीं सौंपा।  

14 अगस्त को फिर दिया नोटिस : एडीएम राजेश वर्मा ने दोनों ही वार्डनों को गत 14 अगस्त को फिर से नोटिस जारी किया। अपना चार्ज नई वार्डन को सौंपने और अपने मुख्यावास पर ज्वाइनिंग देने के आदेश दिए। लेकिन इसके बाद भी वार्डनों द्वारा अनसुना कर दिया गया और आदेश की अवहेलना करने के कारण 22 अगस्त को दोनों ही वार्डनों को निलंबित कर दिया गया।  नोटिस के बाद भी नहीं दिया चार्ज, अब ताले तुड़वाए  

नोटिस और निलंबन के बाद भी दोनों ही वार्डनों द्वारा अपने चार्ज का हस्तांतरण नहीं किया। इस पर परियोजना अधिकारी ने 5 सदस्यीय टीम का गठन किया। टीम ने आदेश के मुताबिक छात्रावास में पहुंचकर मौका पंचनामा तैयार किया और छात्रावास में बंद रिकॉर्ड को ताला तोड़कर खुलवाया। जिसकी सूची तीन प्रतियों में तैयार कर नई वार्डनों को होस्टल का चार्ज सौंपा। 

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