पढ़ाई के लिए समय मिल सके इसलिए कांस्टेबल ने रात में कलेक्टर के बंगले पर ड्यूटी लगवाई, सब इंस्पेक्टर बना, टीएसपी में अव्वल
परिवार में 5 पुलिसकर्मी, कांस्टेबल भर्ती परीक्षा में भी जिला टॉपर रहा था धर्मेंद्रसिंह
इसी महीने शुरुआत में आरपीएससी ने उपनिरीक्षक सीधी भर्ती परीक्षा का परिणाम जारी किया था, इसमें पालाेदा के बाई का गढ़ा निवासी 26 वर्षीय कांस्टेबल धर्मेंद्रसिंह वाघेला का भी चयन हुआ है। धर्मेंद्रसिंह टीएसपी के टाॅपर रहे हैं। इससे पहले कांस्टेबल भर्ती परीक्षा में भी वह जिले के टाॅपर रहे थे। धर्मेंद्र एक साल की ट्रैनिंग पूरी हाेने के बाद थानाधिकारी बनेंगे। कांस्टेबल से एसआई बनने के लिए धर्मेंद्र की मेहनत ने पुलिस महकमे
के अन्य जवानाें काे भी काफी प्रेरित किया है। अारपीएससी की पढ़ाई के लिए कांस्टेबल धर्मेंद्र ने कलेक्टर केआवास पर रात की पारी में ड्यूटी लगवाई ताकि सुरक्षा के साथ-साथ वह पढ़ाई भी कर सके। फिलहाल वह मानव तस्करी विराेधी यूनिट में कार्यरत है। धर्मेंद्रसिंह बताते है कि पुलिस सेवा में उन्हें सवा 5 साल हुए हंै। साल 2015 में जब वह कांस्टेबल बना। पिता लालसिंह भी एसआई थे। उस दिन से मुझे लगा कि इसी विभाग
में आगे बढ़ना है। मैंने तैयारी शुरू कर दी। पुलिस एडमिनिस्ट्रेशन एंड क्रिमिनाेलाॅजी में एमए किया। ड्यूटी के साथ पढ़ाई कर सकूं इसलिए कलेक्टर आवास पर रात में सुरक्षा कर्मी के रूप में ड्यूटी दी। जिससे एकांत में पढ़ाई के लिए काफी वक्त मिल जाता था।
पिताजी तड़के 4 बजे पुराना बसस्टैंड हाेटल से चाय लेकर अाते। महकमे काे समझने में उनका भरपूर साथ मिला। किस्मत अच्छी रही कि बीते डेढ़ साल से मानव तस्करी विराेधी यूनिट में ड्यूटी लगी। जहां अतिरिक्त समय में मेरी पढ़ाई जारी रही।