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चाप नदी में डूबा परिवार का इकलौता बेटा:चचेरे भाई की तलाश,  बुआ की लड़की को पीटीईटी की परीक्षा दिलाने आए थे

Banswara
चाप नदी में डूबा परिवार का इकलौता बेटा:चचेरे भाई की तलाश,  बुआ की लड़की को पीटीईटी की परीक्षा दिलाने आए थे
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मामा-बुआ के लड़के नदी में नहाने चले गए, पानी में डूबने से मौत


चाप नदी में रेस्क्यू ऑपरेशन कर दूसरे युवक की तलाश की गई। - Dainik Bhaskar
चाप नदी में रेस्क्यू ऑपरेशन कर दूसरे युवक की तलाश की गई।

गढ़ी से गुजरती चाप नदी से पुलिस ने बुधवार को एक युवक का शव बरामद किया। वह परिवार का इकलौता चिराग था। वहीं रिश्ते में चचेरे भाई की नदी के पानी तलाश को लेकर गोताखोरों ने देर शाम तक प्रयास किए। दूसरे युवक का अब तक भी कोई पता नहीं चला है। रिश्ते में मामा-बुआ के लड़के सुबह के समय बुआ की लड़की को पीटीईटी केंद्र गढ़ी में परीक्षा दिलाने आए थे। खाली समय में दाेनों बाइक लेकर चाप नदी में बांसवाड़ा-डूंगरपुर मुख्य मार्ग पर बने नदी के पुल के नीचे नहाने चले गए। तभी उथले पानी के बीच एक गहरे हिस्से में डूबने से पिछोड़ा बड़ा थाना लोहारिया निवासी सत्यनारायण सिंह (25) की मौत हो गई, जबकि भुवासा निवासी जितेंद्रसिंह (22) का अब तक कोई पता नहीं चला है। गोताखोरों ने काफी प्रयास किए, लेकिन पता नहीं चल सका। पुलिस ने मौके से बाइक बरामद की, जिसके बैग में दोनों युवकों के जूते और कपड़े भी मिले हैं। देर शाम को परिजन थाने पहुंचे, लेकिन अंधेरा होने के कारण शव का पोस्टमार्टम संभव नहीं हुआ। अब गुरुवार को सत्यनारायण के शव का पोस्टमार्टम होगा।

बांसवाड़ा-डूंगरपुर मार्ग पर बनी चाप नदी की पुलिया से गोताखोरों की कार्रवाई देखते लोग।
बांसवाड़ा-डूंगरपुर मार्ग पर बनी चाप नदी की पुलिया से गोताखोरों की कार्रवाई देखते लोग।

कहां गया दूसरा युवक
गोताखोरों ने उनके हिसाब से नदी में चाप नदी की पुलिया के नीचे का पूरा हिस्सा छान मारा, लेकिन जितेंद्रसिंह का कुछ पता नहीं चला। पुलिस ने बताया घटना स्थल पर इतना गहरा पानी नहीं है कि युवक डूब सकें। केवल एक जगह पानी के बीच में बहुत गहरा गड्‌ढा है। वहीं पर सत्यनारायण का शव मिला, जिसे ग्रामीणों ने बिना समय गंवाएं निकाल लिया था। फेफड़ों में भरे पानी को निकालने की भी ग्रामीणों ने कोशिश की, लेकिन सत्यनारायण को नहीं बचा सके। सूचना पर थाना प्रभारी महिपालसिंह, हेड कांस्टेबल भंवरसिंह मय जाप्ता पहुंचे। हेडकांस्टेबल भंवरसिंह ने आशंका जताई कि दूसरा शव नहीं मिला। इसलिए संभव है कि वह डूबा ही नहीं हो। भाई के पानी में डूबने के बाद वह भाग गया हो। अभी कुछ नहीं कह सकते। गुरुवार सुबह फिर से पानी में तलाश की जाएगी।

नदी किनारे एक शव मिलने के बाद दूसरे की तलाश को लेकर रणनीति बनाते गोताखोर।
नदी किनारे एक शव मिलने के बाद दूसरे की तलाश को लेकर रणनीति बनाते गोताखोर।

परिवार का इकलौता
पुलिस ने बताया कि सत्यनारायण उसके परिवार का इकलौता बेटा था। सत्यनारायण के पिता तलवाड़ा स्थित त्रिपुरा सुंदरी मंदिर में सिक्यूरिटी गार्ड की नौकरी करते हैं। सत्यनारायण ने भी ग्रेजुएशन कर रखी थी। उसके परिवार को उससे बड़ी उम्मीदें थी। पुलिस ने बताया कि मंगलवार रात को मामा-बुआ के लड़कों में बातचीत हुई। बहन को परीक्षा दिलाने जाने तय हुआ। तीनों सुबह बाइक से करीब 25 किलोमीटर दूर यहां गढ़ी पहुंचे थे।

मौके पर पहुंची एसडीआरएफ की टीम।
मौके पर पहुंची एसडीआरएफ की टीम।
नदी किनारे ग्रामीणों की मदद से बाहर निकाला गया सत्यनारायण का शव।
नदी किनारे ग्रामीणों की मदद से बाहर निकाला गया सत्यनारायण का शव।

डूबने से पहले दाेनाें भााइयाें ने नहाते हुए की सेल्फी ली थी।
डूबने से पहले दाेनाें भााइयाें ने नहाते हुए की सेल्फी ली थी।
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