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बुड़वा पंचायत में वित्तीय गड़बडिय़ां मिलने पर ग्राम सचिव निलंबित, 3 को नोटिस, 3 पर कार्रवाई प्रस्तावित

Banswara
बुड़वा पंचायत में वित्तीय गड़बडिय़ां मिलने पर ग्राम सचिव निलंबित, 3 को नोटिस, 3 पर कार्रवाई प्रस्तावित
@HelloBanswara - Banswara -

ग्राम पंचायतों में होने वाले विकास कार्य और अन्य निर्माण कार्यों में गड़बड़ी करने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ जिला प्रशासन द्वारा निलंबन और 17 सीसी की कार्रवाई की। यह कार्रवाई तीन ग्राम पंचायतों में अलग अलग कार्मिकों के खिलाफ की है। सबसे बड़ी कार्रवाई के तौर पर हाल बोड़ीगामा में कार्यरत ग्राम विकास अधिकारी रमणलाल पंड्या को निलंबित किया है।

पंड्या इससे पहले ग्राम पंचायत बुड़वा में कार्यरत था। जहां वित्तीय गड़बडिय़ों को लेकर स्थानीय लोगों ने एसीबी जयपुर में शिकायत सौंपी थी। जहां से जांच के लिए कलेक्टर बांसवाड़ा के पास पत्र आया और कलेक्टर ने इसकी जांच के लिए सीईओ बांसवाड़ा को अधिकृत किया था। प्रशासन द्वारा जांच शुरू की गई और ग्राम पंचायत से 2010 से 2018 तक का रिकॉर्ड मांगा गया, लेकिन वहां वर्तमान में कार्यरत ग्राम विकास अधिकारी को पंड्या द्वारा रिकॉर्ड भी उपलब्ध नहीं कराया गया। जांच करने के लिए सीईओ बांसवाड़ा द्वारा पंड्या को अप्रैल में कारण बताओ नोटिस भी दिया था। जिसमें 7 दिन के भीतर ग्राम पंचायत बुड़वा का रिकॉर्ड पेश करने को कहा गया था, लेकिन पंड्या द्वारा रिकॉर्ड उपलब्ध नहीं कराया गया है। सीईओ गोविंद सिंह राणावत ने बताया कि तो बताया कि रमणलाल के खिलाफ शिकायत थी, जिसमें व्यक्तिगत लाभ के काम और ढेरों अनियमितताएं सामने आई थी। इसके देखते हुए कलेक्टर ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि ऐसी गड़बडिय़ों सामने आने पर तत्काल कार्रवाई की जाए। जिसे देखते हुए रमणलाल पंड्या को सिविल सेवा अधिनियम के तहत निलंबित किया गया है।

निलंबन काल में पंड्या का मुख्यावास पंचायत समिति तलवाड़ा में रहेगा। इधर ग्राम पंचायत बांसलीखेडा में कूप निर्माण, नरेगा योजना में वित्तीय अनियमितता बरतने पर तत्कालीन ग्राम सेवक रमेश निनामा और कनिष्ठ सहायक कंकू देवी और मानसिंह मईडा कनिष्ठ सहायक, मानसिंह मईडा घोड़ी तेजपुर को ग्राम विकास अधिकारी के रुप में कार्य करते हुए अनुपस्थित रहने और जांच रिकॉर्ड उपलब्ध नहीं कराने पर 17 सीसीए नोटिस दिया गया है। इसके अलावा इसके नरेगा कार्मिक तकनीकी सहायक योगेश जोशी, लेखा सहायक जयेश धीरावत, डाटा एंट्री ऑपरेटर गजेंद्र जोशी को नरेगा योजना के प्रावधानों के तहत हटाने की कार्रवाई प्रस्तावित की गई है।

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