38 साल पहले की ये तस्वीर जब पिता पार्षद बनकर घर आए थे, अब बेटा जैनेंद्र सभापति
बांसवाड़ा. नगर परिषद बांसवाड़ा में नवनिर्वाचित सभापति जैनेंद्र त्रिवेदी के पिता लक्ष्मीकांत त्रिवेदी पेशे से अधिवक्ता है। लेकिन, राजनीति से भी जुड़े रहे। साल 1975 और 1981 में दो बार कांग्रेस से पार्षद रहे। दिवंगत मुख्यमंत्री हरिदेव जोशी के करीबियों में से एक माने जाते थे। 1981 में जैनेंद्र के पिता लक्ष्मीकांत त्रिवेदी पार्षद का चुनाव जीतकर घर लौटे थे। इनके परिवार से केवल उनके पिता ही चुनाव लड़े थे। तब भी कांग्रेस का बोर्ड बना था। उनके बाद जैनेंद्र ने 2019 में पहली बार कांग्रेस से पार्षद का चुनाव लड़ा और पहली बार सभापति बन गए। जब वे घर गए तो परिवार का माहौल वैसा ही था, जब उनके पिता पार्षद बनकर घर आए थे।