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नागदोन

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नागदोन
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प्रकति ने हमें कई प्रकार के औषधीय पेड़ और पौधे फ्री में प्रदान किये हैं। इनका प्रयोग सालों से आयुर्वेदिक उपचार में किया जा रहा हैं। ऐसा ही एक पौधा नागदोन (नागदमनी) हैं, जिसके बारे में कम ही लोग जानते हैं। स्वास्थ्य की दृष्टि से देखा जाए तो इसके औषधीय गुण कई प्रकार की बीमारियों में राहत पहुंचाते हैं। दर्द मुक्ति के इस लेख में हम नागदोन के पत्ते के फायदे, औषधीय गुण, और नुकसान के बारे में जानेंगे। चलिए सबसे पहले हम नागदोन का पौधा कैसा होता हैं यह जान लेते है।

नागदोन के पौधे के पत्ते गहरे हरे रंग के और 3 से 4 इंच लंबे होते हैं। इसके पत्ते की चौड़ाई अधिक नही होती हैं। नागदोन (Naagdon) में फल और फूल नही लगते हैं। इसके पत्ते और डंडियों को तोड़ने पर सफेद दूध जैसा द्रव्य निकलता हैं। नागदोन की जड़े कंद के समान नीचे की और रहती हैं। नागदोन को आप घर पर गमले में उगा सकते हैं। यह आपको बगीचे, खेतो, लानो में भी देखने को मिल जाएगा। कई लोग घरों में सजावटी पौधे के तौर पर रखते हैं। कई लोग लोग नागदोन को नागदमनी (Naagdamni) के नाम से भी जानते हैं.

नागदमनी (Naagdon) एक बहुत अच्छी आयुर्वेदिक जड़ी बूटी हैं। इसलिए इसका उपयोग कई प्रकार के रोगों के उपचार में किया जाता हैं। वैद्यक में नागदमनी को, ज्वर नाशक, विषनाशक, त्रिदोषनाशक, नागदौना चरपरा, सूजन को दूर करने वाला, कडुआ, प्रमेह को दूर करने वाला, हलका, कोठे को शुद्ध करने वाला, करनेवाला माना जाता है । नागदोन के औषधीय गुणों (Aushadhiya gun) को जानने के बाद चलिए नीचे नागदोन के फायदे के बारे में जान लेते हैं।

मूत्र विकार में नागदोन पत्ते के फायदे

मूत्रविकार की समस्या में नागदोन के पत्ते के फायदे होते हैं। जिन लोगो को पेशाब करते वक्त दर्द होता हैं, रुक-2 कर पेशाब आता हैं। उनके लिए नागदोन एक रामबाण औषधि हैं। 2-3 नागदोन के पत्ते को मिक्सी में पीसकर जूस बनाकर पीने से इस समस्या में राहत मिलती हैं।

खुनी और बादी बवासीर में लाभकारी

बवासीर की समस्या का समय रहते उपचार नही करने पर यह आगे चलकर परेशानी का कारण बन जाती हैं। कई लोगो को उठने-बैठने की समस्या और कई को अधिक रक्त स्त्राव के कारण परेशानी होती हैं। इस समस्या में नागदोन के 1 या 2 पत्ते साइज अनुसार और 2 काली मिर्च को रोज सुबह खाली पेट चबाकर खाने से जल्द फायदा मिलता हैं। खूनी बवासीर के मरीजो के लिए यह एक बहुत ही उपयोगी औषधि हैं।

मासिक धर्म में नागदोन के पत्ते के फायदे

महिलाओं को हर महीने मासिक धर्म की प्रक्रिया से गुजरना ही पड़ता हैं। कई महिलाओं को इस समय कठिनाइयों का सामना करना पड़ता हैं। नागदोन के पत्ते उनके लिए लाभप्रद साबित हो सकते हैं। अधिक रक्तस्राव होने पर एक चम्मच नागदोन के पत्ते का रस का सेवन दो काली मिर्च के साथ करे जल्द फायदा मिलेगा। इस नुस्खे को पांच दिनों तक दोहराएं।

सूजन और फोड़े-फुंसियो में फायदेमंद

फोड़े-फुन्सी और सूजन की समस्या में भी नागदोन के पत्ते के फायदे मिलते हैं। नागदोन के पत्ते को हल्का गर्म कर फोड़े वाली जगह पर बांधने से दर्द और सूजन में कम होने लगता हैं। फोड़ा सूखकर छोटा होने लगता हैं।

नागदोन के पत्ते के फायदे कब्ज में

कब्ज की समस्या से मुक्ति दिलाने में नागदोन के पत्ते बहुत ही कारगर साबित होते हैं । आयुर्वेद में कब्ज की समस्या के लिए नागदोन को एक बेहतरीन औषधि माना गया हैं। नागदोन के पत्ते का चूर्ण और 2 काली मिर्च का रोज खाली पेट सेवन करने से कब्ज की समस्या से जल्द राहत मिलती हैं।

नागदोन के फायदे कैंसर से बचाव में

कैंसर एक गंभीर बीमारी हैं, जिसका समय पर इलाज न हो पाने पर जान तक गवानी पड़ती हैं। नागदोन पर हुए एक शोध में यह पता चला हैं कि नागदोन के पत्ते का सेवन करने से काफी हद तक कैंसर से बचाव किया जा सकता हैं। नागदोन में कैंसर रोधी गुण होते हैं, जो कैंसर सेल्स के विकास को बाधित करते करते हैं।

नागदोन के पत्ते के नुकसान

यदि देखा जाए तो औषधीय पौधे हमारे लिए हमेशा लाभकारी होते हैं। वैसे ही नागदोन के पत्ते के फायदे अधिक और नुकसान कम ही देखने को मिलते हैं। फिर भी विशेष परिस्थितियों में इसके कुछ नुकसान हो सकते हैं:-

  1. इसका अत्यधिक सेवन शरीर को नुकसान पहुंचा सकता हैं। इसलिये चिकित्सक के बताए अनुसार सही मात्रा का सेवन करें
  2. गंभीर बीमारियों से पीड़ित मरीज के लिए नागदोन का सेवन हानिकारक हो सकता हैं।
  3. विशेष बीमारियों की दवाइयों के साथ नागदोन का सेवन डॉक्टर की सलाह से करें।
  4. सर्जरी करवाने के कुछ दिन पहले और कुछ दिन बाद तक नागदोन हानिकारक हो सकता हैं।

ये रखे सावधानिया :-

  1. गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाएं नागदोन का सेवन डॉक्टर की सलाह से करें।
  2. हार्ट, लीवर, किडनी के मरीज नागदोन का सेवन डॉक्टर के परामर्श से करें।
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