दशहरा मेले में पांच दिन बाद शुरू हुए डाेलर चकरी
स्थानीय कुशलबाग मैदान में चल रहे नगर परिषद के मेले की राैनक लाैट अाई। प्रशासनिक अनुमति के बाद शुक्रवार रात से मेले में लगे डाेलर, झूले, चकरी अादि शुरू िलए गए। झूलाें की गड़गड़ाहट के साथ ही जहां एक अाेर अायाेजकाें व दुकानदाराें के चेहरे खिल उठे, वहीं दूसरी अाेर मेले का अानंद लेने पंहुचे मेलार्थियाें अानंद भी परवान चढ़ने लगा। इससे पूर्व िजला प्रशासन ने मेला आयोजकों ने इन झूलाें के संचालन के लिए सशर्त अनुमति जारी की थी। गुरुवार शाम तक उन की पालना के बाद मेला अधिकारी ने झूले, डाेलर अादि चालू करने की स्वीकृति दे दी। इस तरह मेले के िलए िनर्धारित तिथि से पांच लिए बाद यह झूले ,डाेलर अनादि िवधिवत शुरू हाे गए।
उल्लेखनीय है िक दशहरा मेला 29 िसतंबर से शुरू हाेना था। नगर परिषद की अाेर से उपलब्ध कराए गए स्थान पर झूले, डाेलर अादि लग भी गए थे, लेकिन हादसे की अाशंका के चलते प्रशासन ने इनके संचालन की स्वीकृति नहीं दी। नगर परिषद के दशहरा मेले के ठेकेदार महबूब मंसूरी ने बताया िक प्रशासन ने जाे शर्तें रखी थी। उनकी पूरी पालना करा दी गई। इसके बाद मेले में झूलाें, डाेलर अनादि का संचालन शुरू कर िदया गया है। मेकेनिकल इंजीनियर ने बताया सुरक्षित
एसडीएम परबतसिंह चूंडावत ने मेला अधिकारी प्रभुलाल भाबाेर काे जांच के लिए पाबंद िकया। भाबोर ने जल संसाधन िवभाग के यांत्रिक इंजीनियर से झूलाें, डाेलर अादि के संचालन के िलए स्थिति की जांच कराई। उन्होंने जांच के बाद अनापत्ति प्रमाण पत्र जारी कर िदया। एसडीएम के निर्देश पर नगर परिषद के कार्मिकाेंे ने वहां की दलदली हाे चुकी जमीन पर जमे पानी की व्यवस्थित निकासी के िलए नालियां अादि बनाई तथा वहां सुखी िमट्टी का भराव डाल जमीन की ऊपरी सतह मजबूत करने का प्रयास िकया।