बाँसवाड़ा की दो नाबालिग बहनों ने अपनी ही मां के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई है कि उनकी माँ उनकी शादी जबरन करा रही है। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस दल मौके पर पहुंची और इस बात की जानकारी महिला परामर्श केंद्र को भी दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर उन नाबालिग लड़कियों की मां और परिजनों को शादी नहीं करवाने के लिए पाबंद कराया।
दोनों बहनों ने कोतवाली में आकर बताया कि वह चेतक कॉम्पलेक्स में रहती है। उनकी तीन और बहनें और एक भाई है। बाकि तीनों बहनें बालिग हैं। उनकी मां पवनदेवी उनकी मर्जी के खिलाफ पांचों बहनों की 10 फरवरी को शादी करवा रही है। शादी के कार्ड तक छप चुके थे।
कोतवाल देवीलाल ने बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए सीडीपीओ और महिला परामर्श केंद्र को बुलाया और बच्चियों के घर टीम लेकर पहुंचे।
जहां मां पवनदेवी से बात की तो पता चला कि घर की माली हालत ठीक नहीं है। मां पवन देवी सब्जी बेचती है। उसका पति 5-6 साल से अलग रह रहा है। आर्थिक स्थिति को देखते हुए ऐसा लगा कि पवनदेवी की मंशा थी कि सभी बेटियों की शादी एक साथ करवा दे ताकि खर्चा ज्यादा न हो। लेकिन, दो बेटियां 16 और 17 साल की ही थी। इस पर पवन देवी को पाबंद कराया कि वह उनकी शादी बालिग होने तक नहीं करेंगी। दूसरी ओर जैसे ही पुलिस की जीप चेतक कॉम्पलेक्स पहुंची तो एकाएक लोग बाहर आ गए और अफरा-तफरी मच गई।
लेकिन थोड़ी ही देर में लोगों को पूरा माजरा समझ आ गया। इधर, सीडीपीओ और महिला परामर्श केंद्र से आई प्रतिनिधियों ने बच्चियों के परिजनों से समझाइश की और उन्हें बालिग होने से पहले शादी नहीं कराने को लेकर कानूनी प्रावधानों की जानकारी दी। काफी समझाइश के बाद परिजन मान गए और उन्हें पाबंद कराकर शादी रुकवा दी गई।