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रोगमुक्त जीवन करना हो स्वीकार तो योग को करो अंगीकार, निःशुल्क योग शिविर का हुआ शुभारम्भ

रोगमुक्त जीवन करना हो स्वीकार तो योग को करो अंगीकार,  निःशुल्क योग शिविर का हुआ शुभारम्भ
@HelloBanswara - -

Banswara April 24, 2018 - हर कोई स्वस्थ जीवन जीना चाहता है। इसका एकमात्र उपाय है योग को जीवन का नियमित अंग बनाएं। बिना योग से संयोगवश भी आप स्वस्थ नहीं रह सकते है। योग, आयुर्वेद और स्वदेशी द्वारा भारत को विश्व गुरु बनाया जा सकता है। पतंजलि के प्रति सबके प्रेम ने आज उसे देश और दुनिया में सर्वोच्च स्थान दिलाया है। यह आह्वान योगऋषि स्वामी रामदेव ने बांसवाड़ा खेल स्टेडियम में शुरू हुए निःशुल्क योग शिविर में किया।

दीप प्रज्वलन के साथ शुरू हुआ योग-
निःशुल्क योग शिविर के पहले दिन राज्यमंत्री धनसिंह रावत, संसदीय सचिव भीमा भाई, नगरपरिषद सभापति मंजुबाला पुरोहित, पार्षद योगेश जोशी के साथ केन्द्रीय प्रभारी डॉ. जयदीप आर्य, राज्य प्रभारी विनोद पारीक, समन्दर सिंह व आयोजन समिति सदस्यों ने दीप प्रज्वलित कर योगसत्र की शुरूआत की। इसके उपरांत स्वामी रामदेवजी ने आयोजन समिति सदस्यों, संगठन के पदाधिकारियों को रूद्राक्ष की माला पहनाकर अभिनन्दन किया। शिविर में जिला कलक्टर भगवती प्रसाद, पुलिस अधीक्षक कालूराम रावत, जनसंपर्क विभाग के सहायक निदेशक कमलेश शर्मा सहित जिलाधिकारियों व शहर के गणमान्यजनों ने भाग लिया।
आयोजन समिति के अध्यक्ष निमेश मेहता, उपाध्यक्ष हरीश कलाल, पार्थ दामा, महामंत्री मनोज शाह, सदस्य लक्ष्मीकांत त्रिवेदी, धरणीधर पंड्या, जयप्रकाश् पंड्या, अंदेश जैन, रमेश पंचोली, कांतिलाल पटेल, राजेन्द्र मेहर, सुनील मेहता, सुनील दोसी, डॉ. आर.के. मालोत, डॉ. मुनव्वर हुसैन, मुज्जफर अली, डॉ. दीपक द्विवेदी, आर.के. अय्यर, हर्ष कोठारी आदि मौजुद थे।

भारत स्वाभिमान के पार्थ दामा, पतंजलि योग समिति के पूर्णाशंकर आचार्य, युवा भारत के मनोज सोलंकी, डॉ. आर.के. मालोत, मनोज शाह, लीयो कॉलेज के मनीष त्रिवेदी, हकरू मईड़ा, अमित जोशी, डॉ. दीपक द्विवेदी, वैद्य नटवरलाल त्रिवेदी, शीतल भंडारी, सुनील दोसी, हर्ष कोठारी, गिरीराज सिंह, जाग्रति जोशी, शारदा वर्मा, तारा चौहान आदि मौजुद थे।

छोटी-छोटी स्वास्थ्यवर्द्धक बातें बताई-
योग शिविर में स्वामी रामदेवजी ने शिविरार्थियों को स्वास्थ्यवर्द्धक बातें बताई साथ ही घरेलू उपचार, आहार चर्या व दिनचर्या के बारे में ज्ञान दिया। उन्होंने सभी कार्यों को विवेकपूर्ण ढंग से संपादित करने के साथ ही हर कार्य को मनलगाकर करने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि कार्यान्तर ही विश्राम ध्येय को जीवन में उतारना चाहिए इससे हमारी कार्यक्षमता बढ़ेगी।
 

तनावमुक्त जीवन योग से ही संभव -
आज के जीवन में तनाव ने हर व्यक्ति के जीवन में घुसपैठ कर रखी है। इस तनाव को दूर रखकर जीवन जीना है तो योगमय जीवन जीना होगा। आसन, प्राणायाम, व्यायाम आदि की विस्तृत जानकारी के साथ अभ्यास भी करवाया। शीर्षासन, बारह प्रकार के दण्ड के सजीव प्रस्तुति को देखकर लोगों ने तालियां भी बजाई।

डायरी पेन साथ लेकर आए -
स्वामी रामदेवजी ने शिविरार्थियों से कहा कि वे अगले दो दिन के योग सत्रों में अपने साथ डायरी पेन भी लेकर आए। इससे यहां बताई जा रही ज्ञानवर्द्धक बातें नोट भी कर सके। जो कि आने वाले समय में काम आएंगी। उन्होंने सभी से कहा कि अपने साथ सदैव डायरी पेन रखना चाहिए। जब भी हमें कोई सुविचार आए उसे तुरन्त डायरी में नोट करें। यह हमारे जीवन की दिशा तय करता है। उन्होंने योग शिविर में भाग लेने आने वाले लोगों से कहा कि वे अपने साथ दरी/योगमेट अवश्य साथ लेकर आए ताकि वे सहजता से योग कर सकें। योग के साथ-साथ भजनों के दौरान लोगों ने खूब तालियां भी बजाई। हाथ के एक्यूप्रेशर बिन्दुओं की जानकारी के साथ ताली बजाने के लाभ भी बताएं। उन्होंने सभी से कहा कि वे अधिक से अधिक लोगों को साथ लेकर आएं ताकि इस शिविर का लाभ अन्य लोग भी ले सकें।

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