रमेश पटेल हत्याकांड को लेकर उग्र हुवा समाज, पुलिस कर्मियो की जीपों के कांच फोड़े
उदयपुर. रमेश पटेल हत्याकांड को लेकर उग्र हुवा पटेल समाज।
पीलादर में रमेश पटेल का अपहरण कर हत्या के मामले में सोमवार को उग्र भीड़ ने झरियाना बाईपास के पास पुलिस पर पथराव किया, साथ ही हाईवे पर आने जाने वाले वाहनों में भी तोड़फोड़ की। उपद्रवियों ने बांसवाड़ा से उदयपुर जा रही बांसवाड़ा डिपो की बस पर पेट्रोल बम फेंककर जला दिया। इस घटनाक्रम को लेकर प्रत्यक्षदर्शी परिचालक केसरसिंह और उदयपुर आगार के प्रबंधक महेश उपाध्याय ने बताया कि बांसवाड़ा से बस सुबह 9.30 बजे बांसवाड़ा से उदयपुर के लिए निकली थी। पीलादर में विराेध के कारण काफी लंबा जाम लग गया था। जिसमें बस फंसी हुई थी। इस दौरान 8 से 10 बाइक पर सवार होकर उपद्रवी अलग अलग रास्तों से होते हुए बसों के पास पहुंचे। जिनके पास पेट्रोल बम और जलते हुए टायर थे। उपद्रवियों ने पेट्रोल बम और टायर तो बसों पर फेंके साथ ही बस पर पथराव भी शुरू कर दिया। चालक परिचालक सहित यात्रियों ने जैसे तैसे कर अपनी जान बचाई। बस से बाहर निकाले यात्रियों के साथ और चालक के साथ उपद्रवियों ने मारपीट भी की। लेकिन इसमें कोई जनहानि नहीं हुई। परिचालक केसरसिंह ने बताया कि बस में 43 यात्री सवार थे। मारपीट और पथराव के पुलिस को पीछे से आता देख उपद्रवी वहां से फरार हो गए। इस कारण कोई जनहानि होने से बच गई। चालक और परिचालक को पथराव के कारण कुछ चोंटे आई हैं। इस दौरान राजसमंद डिपो की बस को भी जला दिया गया है। जिसमें 53 यात्री सवार थे।
पुलिस कर्मियो पर बरसाए पत्थर, पुलिस कर्मियो की जीपों के कांच फोड़े, जवनों ने मौके से भाग कर बचाई जान। पुलिस की गाड़ियों में लगाई आग।
उदयपुर - जयमसन्द मार्ग पर झरियाणा में जाम लगाने की बात को लेकर बिगड़ा माहौल। पुलिस समझाइश में बाद भी नहीं माने लोग।
दूसरी बसाें से सलूंबर हाेते हुए उदयपुर भेजा
बस में सवार यात्रियाें काे बचाकर उनके लिए डिपाे द्वारा अलग बस की व्यवस्था कराकर सलूंबर होकर उदयपुर के लिए भेजा गया। इसके बाद उदयपुर जाने वाली सभी बसों को बाईपास से उदयपुर के लिए जाने के निर्देश दिए गए। आगार प्रबंधक रवि मेहरा ने हादसे के संबंध में बताया कि किसी को भी कुछ नुकसान या चोंट नहीं पहुंची है। इधर, परिचालक केसरसिंह ने घटना के बाद पास के ही जावरमाइंस थाने में इस घटना को लेकर रिपोर्ट दर्ज कराई।