अवैध शराब जब्त करने गए सहायक आबकारी अधिकारी को पीटा, कपड़े फाड़े
कस्बे के राठधनराज क्षेत्र में सोमवार को एक केबिन में अवैध रूप से रखी शराब बरामद करना सहायक आबकारी अधिकारी महावीरसिंह राजपूत को भारी पड़ गया। केबिन मालिक और उसकी पत्नी ने दबंगई दिखाते हुए जांच करने आए अधिकारी पर ही हमला कर मारपीट कर डाली। पति-पत्नी ने अधिकारी को इस कदर पीटा कि उनके कपड़े तक फट गए। आखिर टीम में शामिल दो अन्य कर्मचारियों ने बीच बचाव कर उन्हें छुड़ाया। मारपीट से अधिकारी को हल्की चोटें भी आई है। उनकी शिकायत पर पुलिस ने आरोपी दंपती के खिलाफ राजकार्य में बाधा का केस दर्ज कर गिरफ्तार भी कर लिया है।
हालांकि, दूसरे पक्ष ने भी अधिकारी पर शराब बेचने की एवज में 10 हजार रुपए मांगने का गंभीर आरोप लगाते हुए महिला से मारपीट करने की शिकायत दर्ज कराई है।
सहायक आबकारी अधिकारी महावीरसिंह को इत्तला मिली कि राठधनराज में सूर्या पुत्र पृथ्वी सिंह लबाना के केबिन में अवैध रूप से शराब रखी हुई है। इस पर महावीरसिंह अपने चालक तेजाराम और सहीराम के साथ सरकारी जीप से दोपहर 12 बजे सूर्या की केबिन पर पहुंचे। जहां केबिन की तलाशी ले ही रहे थे कि गुस्साए सूर्या और उसकी पत्नी अनिता ने मारपीट शुरू कर दी। इस पर चालक और सहीराम ने बीच-बचाव किया। मारपीट महावीरसिंह के सीने और दाहिने अंगूठे में चोटें भी आई हैं। इतना ही नहीं, केबिन से पकड़ी शराब भी मौके पर ही नष्ट कर दी गई। बाद में आबकारी अधिकारी ने थाने पहुंची आपबीती बताते हुए शिकायत दर्ज कराई तो हरकत में आई पुलिस ने आरोपी सूर्या और उसकी पत्नी को गिरफ्तार कर लिया। सूर्या पर शराब बेचने और मारपीट के कई मामले दर्ज है।
आरोप: 10 हजार रुपए मांगे, मारपीट की
इधर, राठधनराज निवासी अनीता पत्नी सूर्यसिंह लबाना ने सहायक आबकारी अधिकारी महावीरसिंह के खिलाफ थाने में मामला दर्ज कराया। पुलिस को दी रिपोर्ट में शिकायतकर्ता अनीता ने आरोप लगाया कि सोमवार दोपहर महावीरसिंह बोलेरो जीप लेकर आए और अनिता से कहा कि शराब बेचती हो इसलिए 10 हजार रुपए देने पड़ेंगे। इनकार करने पर अधिकारी ने अनीता का हाथ पकड़ लिया और मारपीट करते हुए बोलेरो में बिठाने लगा। चिल्लाने पर पर्वतसिंह लबाना, भारतसिंह लबान समेत आसपास के लाेग इकट्ठा हो गए। विरोध पर जीप लेकर मौके से निकल गए। अनीता ने आरोप लगाया कि अधिकारी कोई महिला कर्मचारी भी साथ लेकर नहीं आए थे। पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
पहले भी हो चुके है हमले
कार्रवाई करने गई आबकारी विभाग की टीम पर यह पहली बार हमला नहीं हुआ है। इससे पहले अाबकारी की टीम पर हमले हुए हैं। दिवंगत आबकारी अधिकारी हरफुल चंदोलिया को तो कॉल के जरिये एक कार्रवाई करने पर धमकी तक दी गई थी। शहर सहित देहात में होटल, बाड़े और दुकान की हाड़ में धड़ल्ले से अवैध शराब बेची जा रही है।
इधर, शहर में भोजनालय की आड़ में बिक रही शराब, पुलिस मौन
शहर में भी केएफसी भोजनालय की आड़ में अवैध शराब बेचने और परोसने का मामला सामने आ चुका है। जिसमें अवैध शराब बेचने वाले का चेहरा भी बेनकाब किया गया लेकिन अवैध शराब के खिलाफ कार्रवाई का दम भरने वाली पुलिस 33 दिन बाद भी पकड़ नहीं पाई है। बताया जा रहा है कि भोजनालय संचालक की पुलिस में काफी भीतर तक पेठ है यहीं वजह है कि आचार संहिता लागू होने के बाद भी सरेआम दिन में शराब बेचने के बाद भी पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर रही है। ढाबा संचालक के रोब का पता इसी से चलता है कि यह खुलासा तब हुआ था जब खुद एएसपी सुधीर जोशी और सदर सीआई बाबूलाल मुरारिया सशस्त्र जवानों के साथ प्रताप सर्किल पर जांच कर रहे थे। उसी दौरान ठीक उससे 100 कदम की दूरी पर इसी ढाबे पर शराब बिक रही थी। खुलासे के बाद भी एसपी और एसपी तक मामला पहुंचने पर भी पुलिस चुप्पी साधे हुए है।
By Bhaskar